नमस्ते दोस्त मै सुरेन्द्र !
आज कल दिल्ली सरकार कुछ अधिक ही खुश नजर आ रही है और बात करे तो सब इस बात को लेकर परेशान है की कोन कितना रुपया खा गया मतलब कितना घोटाला किया लेकिन सोचिये उन सब परिवारों के बारे में जो दूर किसी गँवा से दिल्ली मेट्रो में काम करने आये थे और आपनी पूरी परिवार को इस दुनिया के भीड़ में छोड़ कर बहुत दूर चले गए सरकार तो उस समय बहुत बड़ी बड़ी बाते कर दी और मेट्रो प्रोजेक्ट के एक बहुत ही अहम् ब्यक्ति श्रीधरन ने कहा मै पद से इस्तिफा देता हु और श्रीधरन ने इस्तिफा दिल्ली की मुख्य मंत्री शिला दीक्षित को दे भी दिया लेकिन मुख्य मंत्री साहिबा ने इस्तिफा को स्वीकार तो नहीं किया और श्रीधरन जी को एक भायुक ब्यक्ति बता दिया और मेट्रो प्रोजेक्ट का काम फिर से चालू हो गया आज मेट्रो का काम लगभग पूरा होने को है ये अच्छी बात है लेकिन आज पुरे भारत में एक ही बात की चर्चा है की बहुत बड़ा घोटाला हो गया है इस प्रोजेक्ट में शायद इस घोटाले में कोई भी आदमी हो सकता है इसी लिए इतना अधिक दुर्घटना घटी है मेट्रो के काम में ! और आज भारत सरकार भी इस घोटाले का रिपोर्ट को जानना नहीं चाहती है तभी तो घोटाले का रिपोर्ट को 2011 में देख ने वाली है
क्या इतना करने से उन परिवारों वालो का उनका परिवार का उस आदमी को कभी वापस लाया जा सकता है जो आज इस दुनिया में है ही नहीं लेकिन उन परिवारों की क्या गलती थी जो इन मतलबी आदमियों के लालच में इनकी परिवार के आमदनी करने वाले को ही इस दुनिया को छोड़ के जाना पड़ा मतलब आपनी जान देनी पड़ गयी
मै नहीं जनता की ये लालची लोग कितना पैसा खाया है लेकिन इतना तो मै जानता ही हु की मेट्रो प्रोजेक्ट में मरे हुए परिवार वालो को बहुत पैसे की जरूत पड़ने वाली है इनके माता पिता की उम्र भी कुछ कम नहीं होगी 50-60 साल तो होगा ही और इस उम्र में गावं का एक गरीब परिवार क्या कर सकता है ये तो सोचने वाली बात है की क्योकि इनके बच्चे की उम्र लगभग 5 से 10 की होगी ! किसी के भी बच्चो के पालन पोसन में पैसे की जरूत तो पड़ती ही है इनके बच्चे न ही अच्छे खाना खा सकते है न ही अच्छे स्कुल में पढ़ सकते है और जब इनका आने वाला ही दिन गरीबी में बिताने वाली है तो फिर सरकार किस बात पर बोलती है की गरीबी मिटने के लिए गरीबो को मदद किया जा रहा है सरकार किसी को कोई मदद नहीं कर रही है ये नेता लोग सिर्फ राजनितिक करने के लिए आपना श्रेत्र को बना रहे है ताकि आगली बार वोट मांग सके
आज पूरी भारत वर्ष एक आग में जल रही है और वो आग को आप सभी अच्छी तरह से जानते है और वो आग और कुछ नहीं ............उग्रवाद और आतंग्वाद है सरकार के पास पैसे नहीं है ये सरकार चलाने वाले नेता बोलते है जरा सोचिये भारत के उन लोगो के बारे में जो कल तक भिखारी थे और आज राजा है
मै उनका नाम नहीं लेना चाहता हु पर इतना तो बताही सकता हु की झारखण्ड में Rs..4000 करोड़ रुपया का हवाला हो जाता है और सरकारी कर्मचारी को हवा भी नहीं लगता है बिहार में Rs.900 करोड़ रुपया जो जानवरों का चारा का था उसको भी खा जाता है कोई आदमी.............. इतना ही नहीं भारत के पुरे पूंजी का 60% बिदेशी बैंक में रखा हुवा है और हम लोग उसी पैसे को बिदेशो से कर्ज लेते है और ये सब किसी को पता भी नहीं चलता और पता चल भी गया तो हम उनका क्या बिगड़ लिए आज भी वो लोग आपने समाज में एक इज्जत आदमी के तरह रहाहे है
भारत की राजधानी दिल्ली में एक बहुत बड़ा घोटाला होने वाला है और देखते है इस महान काम में कोन - कोन है और आज भारत सरकार आपनी झूठी इज्जत के लिए Rs..50,000 करोड़ रुपया खर्च कर दी
सरकार के पास पैसे नहीं होने के कारण पुराने हवाई जहाज , पुराने पानी का जहाज को खरीद रही है और भारत की सुरश्रा के लिए उपयोग कर रही है इन पुराने जहाज से क्या हो सकता है आप सोच सकते है
आगे फिर लिखते है कुछ समय के बाद .....................जय हिंद .........जय भारत ....
uttam vichar
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